गुना। झोलाछाप चिकित्सकों ने अवैध चिकित्सा व्यवसाय को बड़े पैमाने पर फैला लिया है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीमें इक्का-दुक्का क्षेत्रों में कार्रवाई कर रही हैं। इस दौरान ऐसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं, जो हैरान करने वाले हैं।
शनिवार को कुछ ऐसा ही नजारा कुंभराज क्षेत्र में देखने को मिला। तहसीलदार अमिता सिंह तोमर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने क्षेत्र में संचालित अवैध क्लीनिकों पर छापामार कार्रवाई की है। इस दौरान तुलसीखेड़ी रोड पर एक ऐसी क्लीनिक संचालित पाई गई, जिसमें अस्पताल की तर्ज पर 10 बिस्तर लगे हुए थे। इनमें से 8 बिस्तरों पर मरीज भी भर्ती थे, जिनका उपचार किया जा रहा था। इससे पहले राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम जब इस क्लीनिक पर पहुंची तो मुख्य गेट पर एक मेडीकल भी संचालित पाया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि अंदर क्लीनिक में डॉक्टर साहब दवाएं लिखते हैं, जो इसी मेडीकल से खरीदना पड़ती हैं। क्लीनिक के अंदर एक कमरे में भर्ती मरीजों को देखकर संयुक्त टीम भी हैरान रह गई। तहसीलदार अमिता सिंह तोमर के नेतृत्व में पहुंची टीम में शामिल नायब तहसीलदार एमएल पंथी, स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी सौम्या वाजपेयी और पटवारी प्रवीण सिंह राणा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया है।
शटर बंद कर भागे झोलाछाप
शनिवार को फर्जी क्लीनिकों पर कार्रवाई करने के लिए जैसे ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम मैदान में उतरी तो हड़कंच मच गया। तुलसीखेड़ी रोड पर क्लीनिक सील करने की जानकारी तत्काल आसपास के गांवों में संचालित क्लीनिक के झोलाछाप चिकित्सकों को मिल गई। ग्रामीणों के मुताबिक फर्जी चिकित्सक मरीजों का उपचार अधूरा छोड़कर शटर गिराकर भाग निकले। जब तक टीम दूसरी क्लीनिकों तक पहुंचती वहां ताले डले हुए थे और जाते-जाते फर्जी चिकित्सकों ने बोर्ड भी गायब कर दिए थे।