दुर्दशा के शिकार मुक्तिधाम को सुंदर बनाने स्थानीय लोगों ने शुरु की पहल


गुना। शहर के मुक्तिधामों का रख-रखाव करने की जिम्मेदारी नगरपालिका की है। लेकिन नगरपालिका की लापरवाही की वजह से मुक्तिधाम परिसर दुर्दशा का शिकार हो चुके हैं। ऐसा ही हालात गोपालपुरा क्षेत्र में स्थित मुक्तिधाम के बन गए थे, जिन्हें देखकर एक स्थानीय रहवासी इतना दुखी हुआ कि उसने अपने निजी खर्च से मुक्तिधाम की तस्वीर ही बदल दी। मुक्तिधाम के हालात सुधारने के लिए बार-बार नगरपालिका के चक्कर लगा चुके स्थानीय रहवासी भी अब इस पुनीत कार्य में साथ आ गए हैं।
दरअसल, वार्ड क्रमांक 37 क्षेत्र के गोपालपुरा निवासी मानसिंह लोधा के एक नजदीकी परिजन की मौत हाल ही में हो गई थी। जिनका अंतिम संस्कार करने के लिए मानसिंह और तमाम रिश्तेदार गोपालपुरा स्थित मुक्तिधाम पहुंचे, तो यहां की दुर्दशा देखकर उनका मन दुखी हो गया। पूरे परिसर में खजूर और कई तरह के कटीले पेड़-पौधे उग आए थे, जगह-जगह झाडिय़ां भी लगी हुई थीं। मानसिंह ने उसी समय ठान लिया था कि वे इस परिसर का हुलिया बदल डालेंगे। इसके बाद मानसिंह ने स्थानीय लोगों से सम्पर्क किया और उनका सहयोग मांगा। लोगों ने श्रमदान किया तो मानसिंह ने लगभग 70 हजार रुपए की राशि खर्च कर डाली। सभी के सामूहिक प्रयास से गोपालपुरा मुक्तिधाम की सूरत बदल चुकी है। वार्डवासियों ने पूरे परिसर में ऐसे पौधे लगाए हैं, जो छायादार होने के साथ-साथ सुंदर दिखाई देते हैं। परिसर की साफ-सफाई भी कर दी गई है अब पानी का इंतजाम करना बांकी है। रहवासियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए एक बार और नगरपालिका ने ट्यूबवैल खनन की मांग करेंगे। नपा की ओर से ध्यान नहीं दिया गया तो रहवासी जन सहयोग से पानी की व्यवस्था भी कर लेंगे। इस काम में भी मानसिंह लोधा ने अपनी सर्वाधिक सहयोग देने की बात कही है।