गुना। एक पड़ोसी द्वारा अमानत में ख्यानत करने का अजीब मामला सामने आया है। बाहर जाने के लिए कार मांगकर ले जाने के बाद पड़ोसी की कार को गिरवी रख दिया और टालमटोल करता रहा। मामला पुलिस तक पहुंचा, तब जाकर कार्रवाई हुई। पुलिस ने कार बरामद कर ली है।
पुलिस के मुताबिक जयभगवान सिंह चौरसिया निवासी लूसन का बगीचा द्वारा 12 जून को कैंट थाने में रिपोर्ट लिखाई थी कि उनका पड़ोसी विक्रम राय आपसी संबंधी होने से आवश्यकता पडऩे पर उनकी कार क्रमांक एमपी 07 सीजे 7109 को मांगकर ले जाता था। 3 मार्च को हर बार की तरह विक्रम राय ललितपुर जाने एवं दो दिन में वापस आने का बोलकर उसकी कार ले गया था। दो दिन बाद जब उसने विक्रम राय से फोन लगाकर वापस आने का पूछा तो उसके द्वारा दो-चार दिन में वापस आने का बोला गया और आगे भी तीन-चार दिनों में वापस आने का बोलते-बोलते करीब दो माह से टाल-मटोल कर रहा था और 12 जून तक लौटा ही नहीं। तब कार मालिक जयभगवान चौरसिया ने अपने स्तर पर कार का पता लागया तो अशोकनगर में जेल के पास सोनू रघुवंशी के घर पर उसकी कार खड़ी हुई मिली। उसने सोनू रघुवंशी से अपनी कार वापस मांगी तो उसने बताया कि विक्रम राय ने कार उसके यहां गिरवी रखी है और गाली-गलौंच कर उसे वहां से भगा दिया। इस मामले में फरियादी जयभगवान चौरसिया ने सोनू रघुवंशी के खिलाफ कैंट थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है। फरियादी जयभगवान सिंह चौरसिया की कार गायब कर अमानत में ख्यानत करने के मामले में कैंट पुलिस ने 9 जुलाई को आरोपी विक्रम राय को गिरफ्तार कर लिया। जिसने पूछताछ के दौरान बताया कि वह अपने पड़ोसी जयभगवान सिंह चौरसिया की कार मांगकर ले गया था, उसने सोनू रघुवंशी के यहां कार गिरवी रख दी, जिसे आज ही वह सोनू रघुवंशी के यहां से वापस लेकर आया है। पुलिस ने आरोपी विक्रम की निशानदेही पर कार बरामद कर ली है।