शादी की रस्में पूरी होने से पहले उठा लाई थी पुलिस, परिजन बोले पुलिस की पिटाई से मर गया देवा


गुना। जिले की म्याना थाना पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए गिरफ्तार किए गए पारदी युवक की मौत के बाद जिला अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। युवक को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया था, जब उसके विवाह की रस्में जारी थीं और अगले दिन बारात जा रही थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पारदी युवक की मौत म्याना पुलिस की पिटाई की वजह से हुई। है। जबकि पुलिस आरोपों को नकारते हुए हार्ट अटैक का मामला बता रही है। इस घटनाक्रम के बाद जिला अस्पताल परिसर और आसपास का इलाका करीब 20 घंटों तक छावनी में तब्दील रहा। इस दौरान मृतक युवक के परिजनों ने दो बार आत्महत्या का प्रयास किया, पुलिस से झमा-झटकी भी हुई। गुना कोतवाली, कैंट सहित कई थानों का बल रातभर अस्पताल परिसर में मौजूद रहा।
जानकारी सामने आई है कि धरनावदा थाना क्षेत्र के छोटी कनारी निवासी देवा पारदी (22) और उसके चाचा गंगाराम पारदी को धरनावदा पुलिस की एक टीम ने 13 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद देवा को म्याना पुलिस की हिरासत में सौंप दिया गया। पुलिस के मुताबिक देवा और गंगाराम पर म्याना थाना क्षेत्र के भिडऱा गांव में हुई चोरी की एक वारदात को अंजाम देने का संदेह था। पूछताछ के बाद दोनों ने वारदात स्वीकार कर ली थी और रविवार देर शाम उन्हें चोरी किए गए माल की बरामदगी के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में देवा ने सीने में दर्द की शिकायत की तो उसे सबसे पहले म्याना अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां चिकित्सक मौजूद नहीं मिले, इसलिए पुलिस जिला अस्पताल ले आई। यहां करीब 45 मिनट तक उपचार करने के बाद देवा ने दम तोड़ दिया। इस घटना की जानकारी मिलते ही देवा के परिजन जिला अस्पताल पहुंच गए। देवा की मां ने आरोप लगाया कि उनके पुत्र की पीट-पीटकर हत्या की गई है। 

देवा और गंगाराम का है आपराधिक रिकॉर्ड
इस मामले में पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मृतक देवा पारदी और आरोपी गंगाराम पारदी आदतन बदमाश हैं। मृतक देवा पारदी के खिलाफ गुना जिले के थाना धरनावदा, थाना फतेहगढ़ सहित रतलाम जिले के थाना जावर शहर, इंदौर जिले के थाना सांवेर, राजस्थान के थाना छीपाबड़ोद आदि में हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, चोरी, बलवा, शासकीय कार्य में बाधा, आम्र्स एक्ट आदि गंभीरतम धाराओं के तहत 7 अपराध दर्ज हैं। वहीं आरोपी गंगू पारदी के खिलाफ धरनावदा, गुना कोतवाली, फतेहगढ़ के अलावा रतलाम जिले के थाना जावर शहर, थाना आलोट व थाना औद्योगिक क्षेत्र जावर, इंदौर जिले के थाना सांवेर, राजस्थान के थाना छीपाबड़ोद, उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद जिले के थाना टुण्डला, गुजरात के अहमदाबाद जिले के बापूनगर आदि में हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, चोरी, बल्वा, शासकीय कार्य में बाधा, एनडीपीएस एक्ट, आबकारी एक्ट, आम्र्स एक्ट सहित गंभीरतम धाराओं के कुल 16 अपराध दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर एक तिजोरी बरामद की गई है। गंगाराम पारदी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सोमवार को उसे जेल भेज दिया गया है।

गिरफ्तारी के दौरान हुई फायरिंग
मृतक देवा पारदी के परिजनों ने बताया कि 13 जुलाई को पुलिस की टीम दल-बल के साथ उनके गांव पहुंची थी। तब देवा दुल्हन बनकर बैठा था। इस दौरान उसे गिरफ्तार करने का ग्रामीणों ने विरोध किया तो पुलिस ने फायरिंग कर दी। आरोप है कि पुलिस शनिवार दोपहर करीब 2 बजे गांव में आ गई थी और करीब 2 घंटों तक फायरिंग करने के बाद 4 बजे देवा और उसके चाचा को लेकर चली गई। इसके बाद वे झागर चौकी भी पहुंचे, जहां देवा और गंगाराम से उन्हें मिलने नहीं दिया गया।