गुना। बिजली कम्पनी की कार्यप्रणाली के खिलाफ लोगों में आक्रोश पनप रहा है। बिजली के अनाप-शनाप बिलों से उपभोक्ता परेशान हैं, वहीं बिजली की आंख-मिचौली भी कम्पनी की सेवाओं को कठघरे में खड़ा कर रही है। शुक्रवार को जिले के आरोन कस्बे में आक्रोशित लोगों ने बिजली कम्पनी के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया। सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे, कहीं धरना दिया तो कहीं प्रदर्शन किया। इसके बाद बिजली कम्पनी के खिलाफ मुर्दाबाद तक के नारे लगा डाले और एसडीएम को आवेदन देकर एक उपयंत्री की शिकायत कर दी।
गौरतलब है कि जिले में बिजली की लुका-छिपी के बाद बिजली कम्पनी सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर है। आलम यह हो गया कि अगर वास्तव में फॉल्ट हो जाता है तब भी लोगों को यकीन नहीं होता है। वहीं जुलाई के महीने में उपभोक्ताओं को थमाए गए बिल भी इतनी ज्यादा हैं कि रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग बिजली कम्पनी के चक्कर काट रहे हैं। बिजली कम्पनी के खिलाफ असल नाराजगी उसकी कार्यप्रणाली और स्टाफ के रवैये को लेकर भी है। कुछ ऐसा ही मामला 13 जुलाई को आरोन ब्लॉक के सगा बरखेड़ा गांव में सामने आया था। जहां बंटी पुत्र मलखान सिंह यादव नामक युवक करंट से बुरी तरह झुलस गया। शुक्रवार को किए गए प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बंटी के खेत में 11 केवी तार टूटा हुआ था। उसने तार दुरुस्त करने के लिए जूनियर इंजीनियर को मौखिक सूचना दी। लेकिन अधिकारी द्वारा कहा गया कि हम सब स्टेशन से परमिट करवा देंगे, तुम जोड़ लेना हमारे पास कोई स्टाफ नहीं है। आरोप है कि बिजली कम्पनी के अधिकारियों के कहने पर ही बंटी अपने खेत में लाईन जोडऩे चला गया था। लेकिन अचानक बिजली सप्लाई चालू कर दी गई और बंटी बुरी तरह झुलस गया। उसे पहले जिला अस्पताल और अब उच्च उपचार के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर है। इस मामले में लोगों में आक्रोश भड़क गया। वे शुक्रवार को आरोन मुख्यालय पर एकत्रित हुए और जमकर नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर जेई के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।