गुना। जिले के मुक्तिधामों की दुर्दशा का एक और मामला राघौगढ़ क्षेत्र से सामने आया है। यहां के लाड़पुरा इलाके में रविवार को एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार खुले आसमान के नीचे किया गया है।
जानकारी के मुताबिक नगरपालिका राघौगढ़-विजयपुर के पाडरखेड़ी के पास गिदिया और लाडपुरा गांव हैं, इन दोनों ही गांवों के बीच में नगरपालिका ने मुक्तिधाम के लिए जगह चिन्हित कर रखी है, जिस पर टीनशेड लगा दिया गया था। कुछ समय पहले आंधी-तूफान के दौरान टीनशेड उड़ गया, जिसे नगरपालिका के कर्मचारी दुरुस्त करने की बजाए समेटकर ले गए। इसको लेकर ग्रामीणों ने 2 जुलाई को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जनसुनवाई में आवेदन दिया तो बताया कि शासन के पास फिलहाल बजट नहीं है इस मुक्तिधाम तक सड़क निर्माण और अन्य विकास कार्य नहीं कराए जा सकते हैं। नगरीय निकाय चाहे तो यह काम करा सकती है। इस बीच रविवार को गिदिया निवासी एक आदिवासी बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने के लिए ग्रामीण पहुंचे तो उन्हें खुले आसमान के नीचे ही शव को मुखाग्नि देना पड़ी। बताया गया कि लाडपुरा गांव के लोगों ने पिछले साल से ही कई बार गांव के पार्षद, नगरपालिका अध्यक्ष, तथा विधायक के अलावा सीएमओ, तहसीलदार, जिला कलेक्टर को आवेदन के माध्यम से सूचित कर रखा है। ग्रामीणों ने बताया कि मुक्तिधाम में विकास कार्य के अलावा सड़क का मुद्दा भी लम्बित है। गांव की सड़क 15 सालों से नहीं बनी है।